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    keywords: PCOD क्या है, PCOD के लक्षण, PCOD के कारण, PCOD के उपचार, PCOD से बचाव

    member since: Jan 16, 2023 | Viewed: 230

    पीसीओडी (PCOD) क्या है?

    Category: Professional

    PCOD क्या है? आम भाषा में समझे तो PCOD ये महिलाओं में होने वाली एक कॉमन समस्या है जो मुख्य रूप से हॉर्मोनल असंतुलन का कारण होती है। जिससे महिलाओ में अनियमित माहवारी के लक्षण दिखने लगते हैं। PCOD किसे और कब होता है? PCOD कि समस्या सामान्यता 18-44 वर्ष की महिलाओ में देखी जाती है। मुख्यता तब, जब महिलाएं फर्टिलिटी दौर से गुजर रही हो। ज्यादातर महिलाओं को जब गर्भवती होने में किसी प्रकार की कठनाईयाँ आती है, तब पीसीओडी की समस्या सामने आती है। इसलिए डॉक्टर से अपने रेगुलर चेकअप जरुर कराये। PCOD वंशानुगत है, यानि अगर आपकी मां, बहन या मौसी को पीसीओडी की समस्या हो तो आपको पीसीओडी होने की संभावना बढ़ जाती है। PCOD के लक्षण क्या है? • माहवारी की समस्याएं • इनफर्टिलिटी • शरीर पर एक्स्ट्रा बाल आना • वजन का बढ़ना • ब्लड प्रेशर बढ़ना • नींद न आना • थकान महसूस करना • सिर में दर्द होना • मूड में अचानक बदलाव आना PCOD के कारण क्या है? 1. अस्वस्थ जीवनशैली 2. निष्क्रिय जीवनशैली 3. भरपूर भोजन न करना 4. Periods में असंतुलन होना 5. शरीर में इंसुलिन की मात्रा अधिक होना 6. सिगरेट और शराब का अत्याधिक सेवन 7. आनुवंशिक कारण PCOD के उपचार कौनसे है? हार्मोन का असंतुलित होना अनियमित पीरियड्स के मुख्य कारणों में से एक है। यह संतुलन बनाए रखने के लिए, कई घरेलु उपाय आप आजमा सकते हैं। जैसे: • नियमित रूप से व्यायाम करना। • अपनी दिनचर्या में ध्यान और योग को शामिल करना। • संतुलित आहार का सेवन करना जैसे - नट्स, फल और सब्जियाँ। • कैफीन, शराब और सिगरेट का सेवन न करना । • प्रोसेस्ड फ़ूड, कार्बोनेटेड ड्रिंक और बहुत मीठा या बहुत नमकीन खाना न खाना। PCOD से बचाव कैसे करे? 1. कुछ बातों को ध्यान में रखकर पीसीओडी से बचाव किया जा सकता है। इसमें मुख्य रूप से: 2. हाई कोलेस्टेरोल, फैट,और कार्बोहाइड्रेट से परहेज करना 3. नियमित रूप से व्यायाम करना 4. समय पर दवाओं का सेवन करना 5. शराब और सिगरेट से दूर रहना 6. वजन का खास ध्यान रखना 7. अधिक मसालेदार चीजों का परहेज करना सारांश: PCOD का कोई ट्रीटमेंट नहीं है। मगर योग्य उपचार और जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव करके पीसीओडी की समस्या पर नियंत्रण लाया जा सकता है पर गंभीर समस्याओ में महिलाओ को IVF की जरुरत पड़ सकती है। अधिक जानकारी के लिए ये ब्लॉग पढ़िए: पीसीओडी (PCOD) के मुख्य कारण, लक्षण और योग्य उपचार



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